आगरा: आखिर कौन होगा पुलिस वाले की आत्महत्या का जिम्मेदार?

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि पुलिस विभाग में अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारी को प्रताड़ित करते हैं। कुछ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में सामने आया है। यहां पर एक हेड कांस्टेबल ने एसएसपी बबलू कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित हेड कांस्टेबल का यह भी आरोप है कि एसएसपी ने उसे मीटिंग के बीच में भद्दी-भद्दी गालियां भी दीं। ऐसे में हेड कांस्टेबल ने डीजीपी को पत्र लिखकर एसएसपी की शिकायत भी की है।
जेब में लेकर घूम रहा सुसाइड नोट
सूत्रों ने बताया की ट्रैफिक पुलिस के एचसीपी दीपक गौतम ने डीजीपी ओपी सिहं को पत्र लिखकर बताया कि मीटिंग के दौरान एसएसपी बबलू कुमार ने उसे तिरछी टोपी लगाने और नेम प्लेट न होने पर सबके सामने भद्दी-भद्दी गालियां देकर जलील किया। मिली जानकारी के मुताबिक, तीन दिन पहले एसएसपी बबलू कुमार ने पुलिस लाइन में यातायात सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ में मीटिंग की।
इस मीटिंग में एसपी ट्रैफिक आगरा प्रशांत कुमार, सीओ ट्रैफिक, दोनों टीआई और ट्रैफिक पुलिस के एचसीपी और अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे। एसएसपी आगरा बबलू कुमार मीटिंग ले रहे थे, तभी उनकी निगाह ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर पड़ी। ट्रैफिक पुलिस के एचसीपी दीपक गौतम ने आरोप लगाया कि एसएसपी आगरा ने तिरछी टोपी लगाने और नेम प्लेट न होने पर भरी मीटिंग में उनके साथ में गंदी गंदी गालियां देकर बेइज्जत किया।
डीजीपी को लिखा- कर लूंगा आत्महत्या, एसएसपी होंगे जिम्मेदार
पीड़ित हेड कांस्टेबल ने डीजीपी को पत्र लिखकर एसएसपी बबलू कुमार की शिकायत की है। उसने पत्र में लिखा है कि एसएसपी द्वारा प्रताड़ित किए जाने पर मानसिक रूप से परेशान है, जेब में सुसाइड नोट लेकर वाह ड्यूटी कर रहा हूं…कल को अगर वाह अपने साथ कुछ भी गलत करता है तो इसके जिम्मेदार बबलू कुमार होंगे।
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