आगरा में महिला वकील की हत्या, दो अधिवक्ता नामजद

बोदला (जगदीशपुरा) में हेमा पेट्रोल पंप के पास 14 अगस्त की रात एक अधिवक्ता के ऑफिस में जूनियर युवती का शव फंदे पर लटका मिला था। पिता ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। दो सीनियर अधिवक्ता नामजद हैं। आरोप है कि हत्या के बाद शव फंदे पर लटकाया गया था। बेटी का ऑफिस में उत्पीड़न किया जा रहा था। हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। मुकदमा हत्या की धारा में ही लिखा गया है।
बिचपुरी मार्ग स्थित गेंदा नगर निवासी राजाबाबू ने मुकदमा लिखाया है। उन्होंने बताया कि 26 वर्षीय बेटी दिव्या उर्फ स्वीटी एलएलबी पास थी। छह साल से वाणिज्यकर के अधिवक्ता जीएस कुशवाह के ऑफिस में काम कर रही थी। कंप्यूटर पर पेपर तैयार किया करती थी। बेटी सुबह दस बजे ऑफिस जाती और रात साढ़े आठ बजे लौटकर आती थी। 12 अगस्त को बेटी रोते हुए घर लौटी। बताया कि अधिवक्ता जीएस कुशवाह और मुन्नालाल ने उसके साथ अभद्रता की है। उसे गालियां दी हैं। बोल रहे हैं कि उसे काम नहीं करने देंगे। 14 अगस्त की रात अधिवक्ता जीएस कुशवाह उनके घर आए। तब तक बेटी घर नहीं लौटी थी। उन्होंने बेटी के बारे में पूछा। वह कहने लगे कि स्वीटी तो ऑफिस से निकल गई थी। रात साढ़े नौ बजे तक बेटी नहीं लौटी तो उन्हें चिंता हुई। अधिवक्ता के ऑफिस पहुंचे। ऑफिस अंदर से बंद था। पुलिस को बुलाया। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। अंदर बेटी फंदे पर लटकी थी। पुलिस ने आनन-फानन में बेटी को फंदे से उतारा। हॉस्पिटल लेकर भागे। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। उनकी बेटी की हत्या हुई है।
राजाबाबू ने हत्या की तहरीर दी थी। पुलिस ने हत्या की धारा के तहत मुकदमा लिखा है। जगदीशपुरा पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मामला आत्महत्या का निकला है। मुकदमा आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धारा के तहत तरमीम किया जाएगा। आत्महत्या की वजह जांच के दौरान साफ होगी। पुलिस भी यह मान रही है कि आत्महत्या के तार ऑफिस से जुड़े हैं। घर पर कोई बात हुई होती तो युवती घर पर यह कदम उठाती।
प्रताड़ित किया गया था
राजाबाबू का आरोप है कि ऑफिस में बेटी को प्रताड़ित किया गया था। उसके साथ दुव्यर्वहार हुआ था। इस कारण बेटी आहत थी। पुलिस ने घटना के समय गहराई से जांच नहीं की। करती तो शायद मौके पर कई साक्ष्य मिल जाते।
फोन रिकार्डिंग हैं पास
पिता ने बताया कि जीएस कुशवाह उनके घर पर मौजूद थे। बेटी ऑफिस से नहीं लौटी थी। बेटी को फोन मिलाया गया। उसने उठाया। वह गुस्से में थी। उसने अधिवक्ता जीएस कुशवाह के लिए भला-बुरा कहा। वह यह नहीं बता पाई कि उसके साथ क्या हुआ है। उसके बाद फोन कट गया।