आधी रात को आगरा में आया तेंदुआ खड़ा भी नहीं हो पा रहा, लेजर थैरेपी से होगा अब इलाज

सोमवार आधी रात को आगरा किला के पीछे यमुना किनारा रोड से घायलावस्था में रेस्क्यू किए गए तेंदुए की हालत चिंताजनक है। अगले 24 घंटे वन्य जीव के लिए महत्वपूर्ण हैं। रेस्क्यू करने के लिए उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया था। चित्कित्सकों का कहना है कि जब तक उसके पेट का भोजन पच नहीं जाता इलाज आगे नहीं बढ़़ सकता। उसके मल मूत्र त्यागने के बाद ही इलाज शुरू हो सकेगा। फिलहाल वो न बैठ पा रहा है और न ही खड़़ा़ ही हो पा रहा। चिकित्सकों की टीम उसपर लगातार निगरानी रखे हुए है। दर्द निवारक दवाएं वन्य जीव को दी जा रही हैं। 24 घंटे बाद यदि स्थिति सामान्य रहती है तो लेजर थैरेपी से उसका इलाज किया जाएगा। तभी पता चल सकेगा कि वाहन की चपेट में आने से उसके चोट कहां कहां पहुंची है। कहीं लकवाग्रस्त तो नहीं हो गया है। तेंदुए को कीठम के भालू संरक्षण गृह में एकांत में रखा गया है। एहतियात बरती जा रही है कि किसी तरह का संक्रमण उसके शरीर में न फैले।