शस्त्र लाइसेंस बनना चालू होते ही दलाल हो गए सक्रिय, आगरा कलक्टरेट में लग रहा है लोगों का जमावड़ा

(आगरा कलक्टरेट में 500 -1500 रुपए तक लेने के बाद भी अधूरा फ़ार्म भर कर दे रहे हैं दलाल )
(असलाह बाबू के अनुसार फ़ार्म बिकने के बाद वापिस जमा करने में काफ़ी परेशानियों का करना पद रहा हे सामना)
नये आर्म्स लाइसेंस जारी करने पर लगी रोक हटने के बाद युवाओं में शस्त्र लाइसेंस लेने की होड़ लगी हुयी है। लाइसेंस बनवाने और उनकी जानकारी लेने के लिए हर रोज लोगों की भीड़ लगी रह रही हैं। पर इन सबके बीच खास बात यह है कि ज्यादातर शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन 23 साल से लेकर 36 साल के युवाओं ने किया है। फार्म जमा करने के लिए कलेक्ट्रेट में लोगों की भीड़ जुटी है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि रोक हटने के बाद से पूछताछ के लिए प्रतिदिन 50 से अधिक लोग आ रहे हैं।
कलेक्ट्रेट में शस्त्र विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नए लाइसेंस की प्रक्रिया 1 अक्टूबर से शुरू हुई है। इसके बाद से ही कलेक्ट्रेट में आवेदन प्रक्रिया की पूछताछ के लिए लोगों की भीड़ जुटी है। उन्होंने बताया कि अभी तक 900 से अधिक फार्म जमा हो गए है। वही उम्मीद है कि दिवाली तक 1500 से अधिक फार्म जमा हो जाएंगे। आवेदन जमा करने वाले ज्यादातर युवा हैं।
#दलाल हो गए है सक्रिय

शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लोगों के क्रेज को देखते हुए दलाल भी सक्रिय हो गए हैं। ये शस्त्र लेने के इच्छुक लोगों से 4 से 5 लाख रुपये में लाइसेंस बनवाने का ठेका ले रहे हैं। कलेक्ट्रेट में एक युवक ने बताया कि उनसे 5 लाख की मांग की गई है कि सभी प्रक्रिया खुद पूरी करेंगे। एडवांस में सिर्फ 50 हजार रुपये जमा करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि कलेक्ट्रेट में स्थित अधिकारियों का कहना है कि उन्हें दलाल सक्रिय होने की जानकारी नहीं है।
#शस्त्र लाइसेंस के लिए इन्हें दी जाएगी प्राथमिकता

अपराध पीड़ित, विरासत, व्यापारी, उद्यमी, बैंक संस्थागत, वित्तीय संस्थान, विभिन्न विभागों के ऐसे कर्मी जो प्रवर्तन में कार्यरत हैं। उन्हें आर्म्स लाइसेंस के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। इनके अलावा सैनिक, अर्द्धसैनिक, पुलिसकर्मी, एमएलए, एमएलसी, एमपी, राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज को भी नए लाइसेंस के लिए वरीयता दी जाएगी।